और कुछ बाकी भी है क्या, दरिंदगी की हद पार करने को ! और कुछ बाकी भी है क्या, दरिंदगी की हद पार करने को !
रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह ! रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह !
मां....... मां........ तू सुन रही है ना मां? यहां वहां मत ढूंढ मुझे। मां....... मां........ तू सुन रही है ना मां? यहां वहां मत ढूंढ मुझे।
कैसे ना भरोसा उठे उसका फ़ितरत-ऐ-इन्सान से, सभी फूल चुरा ले गया हो कोई जिस गुलिस्तान से।................. कैसे ना भरोसा उठे उसका फ़ितरत-ऐ-इन्सान से, सभी फूल चुरा ले गया हो कोई जिस गुलिस्त...
व्यसन युक्त आज की युवा पीढ़ी हो नशा मुक्त... व्यसन युक्त आज की युवा पीढ़ी हो नशा मुक्त...
मैं अन्धकार में हूँ पर तुम्हारा भविष्य हूँ कल का कर्णधार हूँ पर आज अदृश्य हूँ मैं सपने सजोता हूँ फिर... मैं अन्धकार में हूँ पर तुम्हारा भविष्य हूँ कल का कर्णधार हूँ पर आज अदृश्य हूँ मै...